नए आवेदन शुरू: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 के साथ किसानों को मिलेगा पूरा फसल सुरक्षा कवच

भारत में खेती हमेशा मौसम और प्राकृतिक आपदाओं के जोखिम पर आधारित रहती है। कई बार सूखा, बाढ़, कीट और रोग फसल को बर्बाद कर देते हैं, जिससे किसान आर्थिक संकट में आ जाते हैं। ऐसी स्थिति से किसानों की रक्षा करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) शुरू की थी। इस वर्ष के लिए नए आवेदन शुरू हो चुके हैं और किसान आसानी से अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं।
यह लेख आपको बताएगा कि PMFBY क्या है, इसमें कौन आवेदन कर सकता है, नए आवेदन क्यों खुले हैं, प्रीमियम कितना है, आवेदन कैसे करें और इस योजना से क्या लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को फसल खराब होने पर आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह योजना प्राकृतिक आपदाओं, मौसमीय बदलाव, कीट और रोगों के कारण होने वाले नुकसान को कवर करती है। इसका उद्देश्य किसानों की आय की सुरक्षा करना और खेती से जुड़े जोखिमों को कम करना है।
नए आवेदन क्यों शुरू किए गए?
हर वर्ष खरीफ और रबी सीजन के लिए आवेदन खोले जाते हैं। इस बार भी सरकार ने नए आवेदन आमंत्रित किए हैं ताकि किसान समय पर अपनी फसल का बीमा करा सकें। अलग-अलग राज्यों में आवेदन की अंतिम तिथियाँ अलग हो सकती हैं, इसलिए किसान अपने राज्य की अधिसूचना जरूर देखें।
योजना के प्रमुख फायदे
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है:
- प्राकृतिक आपदाओं से होने वाला नुकसान कवर
- कीट या रोग से फसल खराब होने पर आर्थिक सहायता
- बुवाई न होने की स्थिति में भी मुआवजा
- कटाई के बाद 14 दिनों तक फसल नुकसान कवर
- बहुत कम प्रीमियम
- सीधे बैंक खाते में भुगतान
- सर्वे में ड्रोन और सैटेलाइट तकनीक का उपयोग
किसानों को कितना प्रीमियम देना होता है?
सरकार ने इस योजना में किसानों का प्रीमियम बेहद कम रखा है:
- खरीफ फसल का प्रीमियम: 2%
- रबी फसल का प्रीमियम: 1.5%
- व्यावसायिक और बागवानी फसलों का प्रीमियम: 5%
बाकी प्रीमियम केंद्र और राज्य सरकार मिलकर देती हैं, इसलिए किसानों पर आर्थिक बोझ बहुत कम पड़ता है।
कौन किसान आवेदन कर सकते हैं?
- अपनी जमीन पर खेती करने वाले किसान
- किराए पर जमीन लेकर खेती करने वाले किसान
- बैंक से कृषि ऋण लेने वाले किसान
- वे किसान जो ऋण नहीं लेते लेकिन फसल बीमा कराना चाहते हैं
यदि किसान ने बैंक से KCC या कृषि ऋण लिया है तो उनका बीमा आमतौर पर बैंक द्वारा स्वतः कर दिया जाता है। फिर भी किसान को बैंक से इसकी पुष्टि जरूर करनी चाहिए।
बीमा में क्या-क्या कवर होता है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत निम्न प्रकार का नुकसान कवर किया जाता है:
बुवाई न होने की स्थिति
यदि मौसम खराब होने की वजह से बुवाई न हो पाए तो किसान को मुआवजा दिया जाता है।
खड़ी फसल का नुकसान
- सूखा
- बाढ़
- अत्यधिक वर्षा
- कीट
- रोग
- ओलावृष्टि
- चक्रवात
- हवा से फसल गिरना
कटाई के बाद का नुकसान
कटाई के बाद 14 दिनों के भीतर बारिश या अन्य कारणों से फसल खराब होने पर बीमा लाभ मिलता है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- भूमि रिकॉर्ड (खसरा/खतौनी या अन्य प्रमाण)
- फसल से संबंधित जानकारी
- मोबाइल नंबर
- यदि ऋण लिया है तो बैंक से संबंधित दस्तावेज़
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? (स्टेप-बाय-स्टेप)
- PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: pmfby.gov.in
- किसान पंजीकरण सेक्शन में जाएं।
- आधार और मोबाइल नंबर भरकर लॉगिन करें।
- अपनी जमीन, फसल और क्षेत्र की जानकारी दर्ज करें।
- निर्धारित प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करें।
- आवेदन की रसीद डाउनलोड करके सुरक्षित रखें।
ऑफलाइन आवेदन कहाँ किया जा सकता है?
- नजदीकी जनसेवा केंद्र (CSC)
- कृषि विभाग कार्यालय
- बैंक शाखा
- अधिकृत बीमा कंपनी का कार्यालय
यदि फसल खराब हो जाए तो क्या करें?
- नुकसान की जानकारी 72 घंटों के भीतर दें।
- PMFBY पोर्टल या मोबाइल ऐप पर नुकसान रिपोर्ट करें।
- बीमा कंपनी या कृषि विभाग द्वारा फील्ड सर्वे किया जाएगा।
- सत्यापन के बाद मुआवजा सीधे बैंक खाते में भेज दिया जाएगा।
योजना से जुड़े सामान्य सवाल
क्या हर फसल का बीमा कराया जा सकता है?
नहीं, केवल वही फसलें कवर की जाती हैं जिन्हें राज्य सरकार ने सूची में शामिल किया है।
क्या पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ सकती है?
कभी-कभी राज्य सरकारें अंतिम तिथि बढ़ा देती हैं, इसलिए किसान स्थानीय अधिसूचना देखते रहें।
क्या पट्टे पर जमीन लेकर खेती करने वाला किसान भी बीमा करा सकता है?
हाँ, लेकिन भूमि उपयोग का प्रमाण देना होगा।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
- आखिरी समय का इंतजार न करें, समय पर आवेदन करें।
- केवल आधिकारिक वेबसाइट, बैंक या CSC से ही आवेदन करें।
- फसल की बुवाई और खेत से जुड़े सभी रिकॉर्ड सुरक्षित रखें।
- किसी भी संदेह की स्थिति में कृषि विभाग से सहायता लें।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच है। बहुत कम प्रीमियम में पूरी फसल का बीमा कराना हर किसान के लिए एक समझदारी भरा कदम है। नए आवेदन शुरू हो चुके हैं, इसलिए सभी किसान अंतिम तिथि से पहले अपनी फसल का पंजीकरण अवश्य कराएं और प्राकृतिक आपदाओं से अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित करें।



