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Silver Price Surge 2025: चांदी में आग जैसी तेजी! 1 किलो पर ₹3000 तक उछाल – आगे कहाँ तक जाएगा भाव?

चांदी के दाम इन दिनों तूफ़ानी तेजी से गुज़र रहे हैं। घरेलू बाजार में 1 किलोग्राम चांदी के भाव में अचानक ₹3,000 तक की छलांग ने निवेशकों, ज्वेलरी खरीददारों और ट्रेडर्स को हैरान कर दिया है। हाल के सत्रों में एमसीएक्स और सर्राफा बाजार दोनों में चांदी लगातार नए ऊँचाई स्तर बनाती दिख रही है।
इस लेख में हम जानेंगे — चांदी इतनी तेज़ क्यों बढ़ रही है? अभी क्या चल रहा है? आगे कीमतें कितनी बढ़ सकती हैं? और इस समय निवेशकों को क्या करना चाहिए?


✔ चांदी के दामों में हाल की उथल-पुथल

पिछले कुछ दिनों में भारतीय बाजार में चांदी के रेट लगातार ऊपर जा रहे हैं। कई शहरों में 1 किलो चांदी की कीमत ₹1,73,000 से ₹1,96,000 के बीच पहुँच गई है।
कुछ बाजार रिपोर्ट्स में एक ही सत्र में ₹3,000 तक का उछाल दर्ज किया गया है। यह तेज़ी सिर्फ भारत में नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी देखी जा रही है।

चांदी की मौजूदा कीमत शहरों के हिसाब से अलग हो सकती है क्योंकि—

  • टैक्स
  • परिवहन लागत
  • स्थानीय मांग
  • रुपये–डॉलर विनिमय दर

इन सभी कारकों का सीधा असर चांदी के भाव पर पड़ता है।


✔ चांदी में आग क्यों लगी? — बड़े कारण

1. वैश्विक सप्लाई में कमी (Supply Pressure)

दुनिया में चांदी की उपलब्धता कम हो रही है। सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
इसके मुकाबले उत्पादन उतनी तेजी से नहीं बढ़ रहा, जिससे कीमतें ऊपर जा रही हैं।


2. अमेरिका की ब्याज दर नीति (Fed Rate Cuts की उम्मीद)

सुरक्षित निवेश के तौर पर धातुओं में पैसा तब बढ़ता है जब डॉलर कमजोर होता है।
अभी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें घटाने की उम्मीद बढ़ रही है, और इससे चांदी-गोल्ड जैसी धातुएँ और महंगी हो रही हैं।


3. औद्योगिक मांग में जोरदार वृद्धि

  • सोलर पैनल
  • मोबाइल-लैपटॉप
  • EV बैटरी

इन सभी सेक्टरों में चांदी की भारी खपत होती है।
नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) का विस्तार चांदी की खपत को लगातार बढ़ा रहा है।


4. भारत में शादी का सीजन

भारत में दिसंबर से फरवरी तक शादी और त्योहारों का समय होता है।
इस दौरान:

  • चांदी के सिक्के
  • बर्तन
  • ज्वेलरी

की मांग बढ़ जाती है, जिससे भाव और ऊपर जाते हैं।


5. रुपये की कमजोरी (INR Depreciation)

रुपया जब डॉलर के मुकाबले कमजोर होता है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार से आने वाली चांदी भारत में महंगी हो जाती है।


✔ एमसीएक्स (MCX) और ग्लोबल मार्केट का हाल

MCX पर चांदी लगातार तेजी दिखा रही है। कई कॉन्ट्रैक्ट्स ने 1 लाख 90 हजार रुपए के आसपास के स्तर पर भी ट्रेड किया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतें $57–$59 प्रति औंस के बीच मजबूत बनी हुई हैं।

कुछ रिपोर्टों में यह भी बताया गया कि हाल के दिनों में चांदी में ₹10,000 प्रति किलो तक की एक दिन की तेजी भी देखी गई।
यह बताता है कि बाज़ार बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव वाला हो चुका है।


✔ आगे कहाँ तक जा सकते हैं चांदी के दाम?

फिलहाल जो संकेत मिल रहे हैं, वे बताते हैं कि:

  • अगर फेड ब्याज दरें घटाता है, तो चांदी के दाम और ऊपर जा सकते हैं।
  • औद्योगिक मांग लगातार बढ़ रही है, इसलिए मध्यम अवधि में तेजी जारी रह सकती है।
  • डॉलर कमजोर रहता है, तो चांदी के भाव बढ़ते रहेंगे।
  • भारत में शादी-त्योहारों की डिमांड अगले दो महीनों तक कीमतों को सपोर्ट करती रहेगी।

शॉर्ट टर्म में, बाजार में उतार-चढ़ाव काफी ज्यादा रहेगा।
लेकिन मिड-टर्म ट्रेंड अभी भी पॉजिटिव माना जा रहा है।


✔ निवेशकों के लिए सलाह

1. लॉन्ग-टर्म निवेशक

अगर आप चांदी को लंबे समय के लिए खरीदना चाहते हैं, तो चरणों में खरीदारी (SIP स्टाइल) करें।
एक बार में बड़ी खरीदारी से बचें।


2. शॉर्ट-टर्म ट्रेडर

  • स्टॉप-लॉस इस्तेमाल करें
  • ओवर-लेवरेज से बचें
  • तकनीकी संकेतकों पर ध्यान दें

क्योंकि मार्केट बहुत वोलाटाइल है।


3. घरेलू खरीददार

अगर शादी या किसी ज़रूरी काम के लिए खरीदना है, तो:

  • विश्वसनीय व्यापारी से खरीदें
  • 999/925 purity की जाँच करें
  • बिल और हॉलमार्क जरूर लें

लेकिन अगर खरीद जरूरी नहीं है, तो कीमतें नरम पड़ने का इंतजार कर सकते हैं।


✔ चांदी में निवेश करते समय किन जोखिमों का ध्यान रखें?

  • फेड ब्याज दर में अचानक बदलाव
  • ग्लोबल अर्थव्यवस्था में तेजी
  • रुपये की मजबूती
  • सरकार द्वारा आयात नीति में बदलाव

इन सभी से चांदी के दाम तेजी से नीचे भी आ सकते हैं।


✔ निष्कर्ष: चांदी में तेजी फिलहाल जारी, सावधानी ज़रूरी

चांदी का मौजूदा उछाल कई वैश्विक और घरेलू कारकों का नतीजा है।
भले ही कीमतें रिकॉर्ड स्तरों पर जा रही हैं, लेकिन शॉर्ट-टर्म में उतार-चढ़ाव भी बहुत ज्यादा है।

अगर आप निवेशक हैं, तो रणनीति के साथ चलें।
अगर आप घरेलू खरीदार हैं, तो जरूरत के अनुसार ही खरीदारी करें।
और अगर आप ट्रेडर हैं, तो मार्केट की तेजी और वोलैटिलिटी दोनों का सम्मान करें।

Ramkumar Patel

राम लोधी khbri.in वेबसाइट के एडिटर एंड चीफ हैं जहाँ वे नौकरी, सरकारी योजनाएँ, एडमिट कार्ड, रिजल्ट Letest news, Technology,से जुड़े लेख लिखते हैं। नौकरी, सरकारी योजनाओं पर लेख लिखने का 5 साल से ज़्यादा का अनुभव है khbri.in पर अपने अनुभव से नौकरी, सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी शेयर करते हैं।

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