Latest News

पीएम इंटरशिप योजना में अधिक से अधिक लाभ प्रदान किए जाएं :कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह

कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय स्किल कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने जिले की आईटीआई में संचालित व्यवसायों, पीएम विश्वकर्मा योजना, मुख्यमंत्री सीखों- कमाओं योजना, अप्रेंटिसशिप/ नेप्स, पीएम इंटरशिप योजना, प्लेसमेंट, जिले में संचालित उद्योगों से एमओयू के संबंध में समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।

जिला स्तरीय स्किल कमेटी की बैठक सम्पन्न

बैठक में सचिव डीएससी/ प्राचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था नरसिंहपुर श्री एसआर पाराशर, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री पंकज पटेल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और जिले में संचालित शासकीय आईटीआई के प्राचार्य मौजूद थे।

पीएम विश्वकर्मा योजनांतर्गत मुख्य व्यवसाय के संबंध में प्रशिक्षण कराने के निर्देश

कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह ने जिले की आईटीआई में संचालित व्यवसायों की समीक्षा करते हुए शासकीय आईटीआई गोटेगांव को निर्देशित किया गया कि संस्था में संचालित व्यवसाय स्टेनो हिन्दी की 02 यूनिट में से एक यूनिट के स्थान पर और शासकीय आईटीआई बावई चीचली को नवीन व्यवसाय, जिसमें रोजगार की उपलब्धता हो तथा जिले में इंडस्ट्रीज की डिमांड के अनुसार सोलर टेक्नीशियन, मोबाईल रिपेयरिंग, ड्रोन टेक्नीशियन, आरएसी एग्रीकल्चर, फिटर, कोपा, मृदा परीक्षण, कृषि उपकरण सुधार से संबंधित अन्य व्यवसाय प्रारंभ करने का प्रस्ताव तैयार कर विभाग को प्रेषित किया जाए।

बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया

बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिले में 18 व्यवसायों से संबंधित सामाजिक संगठनों के प्रमुखों से संपर्क कर पीएम विश्वकर्मा योजना का व्यापक प्रचार- प्रसार किया जाए। योजना के अंतर्गत मुख्य व्यवसाय जैसे बास्केट मेकर, लोहार, कुम्हार (सिरेमिक पॉट/ प्लांटर), मूर्तिकार आदि विशेष प्रशिक्षण प्रदाय कराने के निर्देश दिए।

प्रशिक्षण उपरांत हितग्राहियों द्वारा लोन एवं टूल किट प्राप्त करने के बाद उनकी आजीविका में क्या परिवर्तन आया, इसकी जानकारी प्राप्त की जाये। पीएम विश्वकर्मा योजना एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत जिले में संचालित प्रशिक्षण केन्द्रों व लक्ष्य आंवटित की जानकारी उपलब्ध की जाए, जिससे प्रशिक्षण के दौरान उक्त प्रशिक्षण केन्द्रों का निरीक्षण किया जा सके।

मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना

कलेक्टर श्रीमती सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना के तहत जिले में अधिक से अधिक ई-पीएफ प्रतिष्ठानों में छात्र- छात्राओं को संलग्न किये जाने के लिए औद्योगिक ईकाई के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की जाये। इसी तरह अप्रेंटिसशिप/ नेप्स के तहत भी अधिक से अधिक इंडस्ट्रीज में विद्यार्थियों को संलग्न करने के लिए औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की जाये। पीएम इंटरशिप योजना का व्यापक प्रचार- प्रसार कर प्रशिक्षणार्थियों को अधिक से अधिक लाभ प्रदान किए जाएं।

उन्होंने निर्देशित किया कि विद्यार्थियों को प्रतिष्ठित कंपनियों/ इंडस्ट्रीज में प्लेसमेंट कराने के लिए भोपाल व पीथमपुर की कंपनियों से संपर्क कर आईटीआई/ युवा संगम/ रोजगार मेला में आंमत्रित किया जाये और इसमें अधिक से अधिक आईटीआई उत्तीर्ण विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए।

कलेक्टर श्रीमती सिंह ने निर्देशित किया कि समस्त शासकीय आईटीआई अधिक से अधिक से अधिक इंडस्ट्रीज से एमओयू कराकर प्रशिक्षणार्थियों का भ्रमण कराएं, जिससे प्रशिक्षणार्थी इंडस्ट्रीज के क्रियाकलाप से अवगत हो सके।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने बैठक सम्पन्न

मध्यप्रदेश की स्थापना के 70 वें वर्ष के उपलक्ष्य में “अभ्युदय मध्यप्रदेश- विरासत भी, विकास भी” अभियान के अंतर्गत एक दिसम्बर को “अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव” कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के उद्देश्य से अपर कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री गजेन्द्र सिंह नागेश की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।

बैठक में समाज सेवी श्री सुनील कोठारी, सामाजिक, धार्मिक, अध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, जिला समन्वयक मप्र जनअभियान परिषद श्री जयनारायण शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

जिला स्तर पर 1100 लोगों की सहभागिता

बैठक में एक दिसम्बर को जिला स्तर पर 1100 लोगों की सहभागिता और विकासखंड स्तर पर 500 लोगों की सहभागिता से श्रीमद्भागवत गीता के पंद्रहवें अध्याय “पुरुषोत्तम योग” का सश्वर पाठ किए जाने की पूर्व तैयारी के लिए रूपरेखा तैयार की गई। नगर के शासकीय एवं निजी विद्यालयों व महाविद्यालयों में सामूहिक सश्वर में पाठ के लिए स्थान व समय तथा संस्कृत भाषा के जानकार व विद्वानों के नाम तय कर योजना बनाई गई। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी गई।

नर्मदा परिक्रमा वासियों को ग्राम पंचायतों के द्वारा जारी किए जाएंगे परिचय प्रमाण पत्र

नर्मदा नदी को देवीय जीवन दायिनी मां नर्मदा के रूप में जाना जाता है और उन्हें पूजा भी जाता है। जीवनदायिनी मां नर्मदा की परिक्रमा प्रदेश एवं देश के अनेक श्रद्धालुओं द्वारा प्रतिवर्ष की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों के कई परिक्रमा वासियों के पास नर्मदा परिक्रमा वासी होने संबंधी उपयुक्त दस्तावेज न होने से परिक्रमा के रास्ते में अपनी पहचान परिक्रमा वासी के रूप में सिद्ध करने में असुविधाओं का सामना करना पड़ता है।

इन समस्याओं के निराकरण के लिए शासन ने यह निर्णय लिया है कि ग्राम पंचायतों द्वारा परिक्रमावासियों को प्रमाण पत्र जारी किए जावें। इस प्रक्रिया को संचालित करने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री गजेन्द्र सिंह नागेश ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।

परिचय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जरूरी

परिचय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए परिक्रमवासियों द्वारा सादे कागज पर ग्राम पंचायतों को आवेदन के साथ दो फोटो व एक आईडी प्रूफ प्रस्तुत करना होगा। ग्राम पंचायत द्वारा आवेदन प्राप्त होते ही परिक्रमावासियों को निर्धारित प्रारूप में प्रमाण पत्र जारी करना होगा और परिक्रमावासियों की निर्धारित प्रारूप में एक पंजी संधारित करनी होगी।

Ramkumar Patel

राम लोधी khbri.in वेबसाइट के एडिटर एंड चीफ हैं जहाँ वे नौकरी, सरकारी योजनाएँ, एडमिट कार्ड, रिजल्ट Letest news, Technology,से जुड़े लेख लिखते हैं। नौकरी, सरकारी योजनाओं पर लेख लिखने का 5 साल से ज़्यादा का अनुभव है khbri.in पर अपने अनुभव से नौकरी, सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी शेयर करते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button