MP के किसानों के लिए बड़ी खबर: इस तारीख से शुरू होगी धान खरीदी, जानें नए MSP रेट और पूरी प्रक्रिया

मध्य प्रदेश सरकार ने खरीफ सीजन के लिए धान खरीदी की तारीखें और MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) घोषित कर दिए हैं। यह खबर उन सभी किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो अपनी मेहनत की फसल को सरकारी दरों पर बेचना चाहते हैं। यदि आप MP में धान, ज्वार या बाजरा की खेती करते हैं, तो यह अपडेट आपके लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित होने वाला है।
इस लेख में आपको मिलेगा —
✔ धान खरीदी की नई तारीखें
✔ MSP के ताज़ा रेट
✔ पंजीकरण प्रक्रिया
✔ FAQ
✔ किसानों के लिए ज़रूरी सुझाव
✔ और पूरी खरीदी प्रक्रिया का आसान गाइड
आइए पूरी जानकारी विस्तार से समझते हैं।
1. MP में धान खरीदी कब से शुरू होगी?
राज्य सरकार ने घोषणा की है कि इस साल धान खरीदी निर्धारित समय पर होगी। खरीदी के लिए तय की गई तारीखें इस प्रकार हैं:
➡ धान खरीदी शुरू: 1 दिसंबर 2025
➡ धान खरीदी समाप्त: 20 जनवरी 2026
इस अवधि में किसान अपनी धान की फसल को सरकारी रेट पर बेच सकेंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि खरीदी केवल सोमवार से शुक्रवार तक की जाएगी, जबकि शनिवार और रविवार को खरीदी बंद रहेगी।
अन्य फसलों की खरीदी तारीखें:
- ज्वार और बाजरा: 24 नवंबर 2025 से 24 दिसंबर 2025 तक
यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि खरीदी केंद्रों पर भीड़ न बढ़े और प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके।
2. धान का MSP कितने रुपए प्रति क्विंटल तय हुआ है? (नया रेट)
सरकार ने MSP में इस बार बढ़ोतरी की है। नवीनतम समर्थन मूल्य इस प्रकार हैं:
धान (कॉमन वैरायटी) – ₹2,369 प्रति क्विंटल
धान (ग्रेड-A) – ₹2,389 प्रति क्विंटल
अन्य खरीफ फसलों के MSP:
- ज्वार (मालदंडी) – ₹3,749 प्रति क्विंटल
- ज्वार (हाइब्रिड) – ₹3,699 प्रति क्विंटल
- बाजरा – ₹2,775 प्रति क्विंटल
यह रेट तभी लागू होंगे जब आपकी फसल FAQ (Fair Average Quality) मानकों पर खरी उतरेगी। यानी धान सूखा, साफ और गुणवत्ता के हिसाब से मान्य होना चाहिए।
3. MSP पर धान बेचने के लिए कैसे करें पंजीकरण?
धान बेचने के लिए किसानों का e-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। बिना पंजीकरण कोई भी किसान खरीदी केंद्र पर धान नहीं बेच सकेगा।
रजिस्ट्रेशन के लिए ज़रूरी दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- खसरा/खतौनी (भूमि रिकॉर्ड)
- मोबाइल नंबर
- फसल से संबंधित जानकारी
पंजीकरण आप दो तरीकों से कर सकते हैं:
✔ ऑनलाइन e-Uparjan पोर्टल पर
✔ नज़दीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर
रजिस्ट्रेशन के बाद किसान को खरीदी दिनांक का SMS अलर्ट भी भेजा जाएगा।
4. खरीदी केंद्र पर धान की गुणवत्ता कैसे जांची जाएगी?
धान की खरीदी केवल तभी होगी जब वह FAQ मानकों को पूरा करे:
FAQ के मुख्य नियम:
- धान पूरी तरह सूखा होना चाहिए
- दाने साउंड, साफ और कीट रहित हों
- नमी की मात्रा निर्धारित सीमा में हो
- टूटे और खराब दानों की मात्रा अधिक न हो
यदि कोई आपदा (बारिश, आंधी आदि) के कारण गुणवत्ता प्रभावित होती है, तो कुछ मामलों में छूट भी दी जा सकती है, लेकिन यह सरकारी अनुमति के बाद ही संभव है।
5. खरीदी केंद्रों पर व्यवस्था कैसी रहेगी?
खरीदी केंद्रों पर इस साल विशेष तैयारी की गई है:
✔ बारदाने (बोरियां) की उपलब्धता
सरकार ने 46% पुराने जूट और 54% नए जूट बारदाने उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
✔ भंडारण की व्यवस्था
धान को सुरक्षित रखने के लिए वेयरहाउसों में वैज्ञानिक तरीके से भंडारण किया जाएगा।
✔ पारदर्शी प्रक्रिया
कलेक्टर और जिला अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसानों को खरीदी में कोई समस्या न आए और भुगतान समय पर हो।
6. MSP का भुगतान कब और कैसे मिलेगा?
किसानों का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजा जाएगा।
सही बैंक डिटेल्स देना बहुत ज़रूरी है, वरना भुगतान रुक सकता है।
भुगतान से पहले ध्यान दें:
- बैंक अकाउंट किसान के नाम पर ही होना चाहिए
- IFSC कोड सही होना चाहिए
- मोबाइल नंबर एक्टिव होना चाहिए
भुगतान में देरी होने पर किसान मंडी समिति या कलेक्टर कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
7. किसानों के लिए जरूरी सुझाव — धान बेचने से पहले इन्हें ज़रूर अपनाएँ
किसानों की सुविधा के लिए कुछ जरूरी सुझाव नीचे दिए गए हैं:
✔ समय पर पंजीकरण कराएँ
अंतिम तारीख का इंतज़ार न करें।
✔ धान को अच्छी तरह सुखाकर लाएँ
गुणवत्ता खराब होने पर कटौती या रिजेक्शन हो सकता है।
✔ जरूरी दस्तावेज साथ रखें
खरीदी केंद्र पर आधार, बैंक पासबुक, रजिस्ट्रेशन पावती आदि ले जाएं।
✔ SMS अलर्ट पर ध्यान दें
सरकार द्वारा भेजे गए शेड्यूल के अनुसार ही धान लेकर पहुंचें।
✔ ट्रांसपोर्टेशन की तैयारी पहले से करें
समय पर ट्रॉली न मिलने से नुकसान हो सकता है।
8. किसानों के सामान्य सवाल (FAQ)
Q1. क्या सभी किसान MSP पर धान बेच सकते हैं?
हाँ, लेकिन केवल उन्हीं किसानों की फसल खरीदी जाएगी जिन्होंने पंजीकरण करवाया है।
Q2. धान की नमी ज्यादा होने पर क्या होगा?
नमी अधिक होने पर धान वापस कर दिया जाएगा या कटौती हो सकती है।
Q3. MSP पर धान कितने क्विंटल तक बेच सकते हैं?
जितनी भूमि आपके नाम पर दर्ज है, उतनी ही मात्रा के अनुसार क्विंटल निर्धारित किए जाते हैं।
Q4. भुगतान में देरी होने पर क्या करें?
किसान सहकारी समिति, मंडी या कलेक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं।
9. नीति का मूल्यांकन—किसानों को क्या फायदा?
इस साल MSP में बढ़ोतरी और खरीदी प्रक्रिया में सुधार से किसानों को कई लाभ होंगे:
✔ फसल का सही मूल्य मिलेगा
✔ निजी व्यापारियों पर निर्भरता कम होगी
✔ पारदर्शी और डिजिटल सिस्टम से दिक्कतें घटेंगी
✔ समय पर भुगतान से किसान अगली फसल की तैयारी कर सकेंगे
सरकार के अनुसार किसानों की आय बढ़ाने के लिए आगे भी खरीदी प्रक्रिया को आधुनिक बनाया जाएगा।
निष्कर्ष
MP के किसानों के लिए यह खरीदी नीति एक राहत लेकर आई है। 1 दिसंबर 2025 से 20 जनवरी 2026 तक धान खरीदी की जाएगी, और किसान अपनी फसल को MSP ₹2,369–₹2,389 प्रति क्विंटल के रेट पर बेच सकेंगे।
जो किसान समय पर पंजीकरण कर लेंगे और अपनी फसल की गुणवत्ता बेहतर रखेंगे, उन्हें सबसे अधिक लाभ मिलेगा।



