बन गया तूफान! इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, कई जगह बढ़ेगी ठंड – जानिए पूरी अपडेट

देश के कई हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय हुए निम्न दबाव ने तूफानी रूप ले लिया है, जिसकी वजह से आने वाले दिनों में भारी बारिश, तेज हवाएं और कई राज्यों में ठंड बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर दिया है।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे—
- तूफान कैसे बना?
- किन-किन राज्यों में भारी बारिश होगी?
- कहाँ बढ़ेगी ठंड?
- अगले 7 दिनों का मौसम अनुमान
- किसानों, यात्रियों और आम लोगों के लिए जरूरी सलाह
चलिए पूरी जानकारी आसान भाषा में समझते हैं।
तूफान कैसे बना? मौसम में अचानक बदलाव क्यों?
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) बना था। समुद्र की सतह के बढ़ते तापमान और लगातार मिल रही नमी ने इसे गहरे दबाव (Deep Depression) में बदल दिया। 24 घंटे के भीतर यह प्रणाली तूफान (Cyclonic Storm) के रूप में विकसित हो गई।
दूसरी ओर, अरब सागर में भी एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) पहुंच गया है, जो उत्तरी भारत की तरफ बढ़ रहा है।
ये दोनों सिस्टम मिलकर देश के बड़े हिस्से में मौसम में बदलाव ला रहे हैं।
इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
IMD ने अगले 48–72 घंटों के लिए निम्नलिखित राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है—
1. ओडिशा
- तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश
- मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
- पुरी, भुवनेश्वर, जगतसिंहपुर में सबसे ज्यादा प्रभाव
2. पश्चिम बंगाल
- दक्षिणी बंगाल में झमाझम बारिश
- कोलकाता में तेज हवाएं और आंधी जैसे हालात
- समुद्र में ऊँची लहरें उठने की संभावना
3. आंध्र प्रदेश (उत्तरी तटीय क्षेत्र)
- विशाखापट्टनम, काकीनाडा, श्रीकाकुलम में तेज बारिश
- स्कूलों में छुट्टी की संभावना
4. तमिलनाडु
- उत्तर तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश
- चेन्नई में जलभराव की आशंका
5. झारखंड और बिहार के दक्षिणी जिले
- बादल छाए रहेंगे
- कई स्थानों पर बारिश और तेज हवाएं
6. उत्तर-पूर्व भारत
असम, मेघालय, त्रिपुरा और मणिपुर में लगातार 2–3 दिन भारी बारिश और तेज हवाएं चलेंगी।
उत्तर भारत में बढ़ेगी ठंड
जहाँ पूर्वी और तटीय राज्यों में बारिश बढ़ेगी, वहीं उत्तर भारत में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। वजह—
- पश्चिमी विक्षोभ
- पहाड़ों में बर्फबारी
- उत्तर भारत की ओर बढ़ती ठंडी हवाएं
इन राज्यों में ठंड बढ़ेगी:
- उत्तर प्रदेश – रात का तापमान 4–5°C तक गिर सकता है
- दिल्ली-एनसीआर – हवा की दिशा बदलेगी, ठंड बढ़ेगी
- हरियाणा व पंजाब – सुबह-शाम कोहरा और पाला
- राजस्थान – कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे
- उत्तराखंड व हिमाचल – ऊपरी इलाकों में बर्फबारी
हिमालयी राज्यों में बर्फबारी का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
- केदारनाथ, बद्रीनाथ, जोशीमठ में हल्की से मध्यम बर्फबारी
- मनाली, कुल्लू, रोहतांग पास में फिसलन और रास्ते बंद होने का खतरा
- श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम में तापमान शून्य के करीब
बर्फबारी के कारण ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों की तरफ आएंगी, जिससे अगले 3–4 दिनों तक ठंड में वृद्धि होगी।
अगले 7 दिनों का मौसम पूर्वानुमान – पूरी जानकारी
दिन 1–2 (पहले 48 घंटे)
- ओडिशा, बंगाल, आंध्र प्रदेश में भारी बारिश
- उत्तर भारत में बादल व ठंडी हवाएं
- पहाड़ों में हल्की बर्फबारी
दिन 3–4
- तटीय राज्यों में बारिश कम होगी
- बिहार-झारखंड में गरज-चमक के साथ बारिश
- उत्तर भारत में तापमान तेजी से गिरेगा
- पंजाब-हरियाणा में कोहरा बढ़ेगा
दिन 5–6
- उत्तरी भारत में कड़ाके की ठंड
- राजस्थान में न्यूनतम तापमान 8°C के करीब
- दिल्ली-एनसीआर में हवा की क्वालिटी थोड़ी सुधरेगी
दिन 7
- दक्षिण भारत में मौसम सामान्य
- पश्चिम बंगाल-उड़ीसा में हल्की बारिश जारी
- उत्तर भारत में ठंडी लहर (Cold Wave) सक्रिय होने की संभावना
किसानों के लिए जरूरी सलाह
तूफान और बारिश का सबसे बड़ा असर खेती पर पड़ेगा, खासकर खरीफ फसलों पर। किसानों के लिए सुझाव—
- धान को खुली जगह में न रखें
- कटाई की हुई फसल को ढककर रखें
- तेज हवाओं के दौरान कीटनाशक का छिड़काव न करें
- सब्जियों की नर्सरी को सुरक्षित स्थान पर रखें
- बिजली गिरने (Lightning) से बचने के लिए खुले खेतों में मोबाइल का उपयोग न करें
IMD के अनुसार बिजली गिरने से सबसे ज्यादा घटनाएँ तटीय ओडिशा और बंगाल में होती हैं।
यात्रियों और आम लोगों के लिए अलर्ट
- तटीय क्षेत्रों में समुद्र किनारे न जाएं
- तूफान के समय पेड़ों के नीचे खड़े न हों
- तेज बारिश में गैर-जरूरी यात्रा से बचें
- निचले इलाकों में रहने वाले सतर्क रहें
- मोबाइल में मौसम अलर्ट ऐप इंस्टॉल करके रखें
रेलवे और उड़ानों पर भी असर पड़ सकता है। कई ट्रेनें लेट हो सकती हैं और कुछ रूट डायवर्ट भी किए जा सकते हैं।
तूफान का असर कितने दिन रहेगा?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार तूफान का सबसे अधिक प्रभाव अगले 72 घंटों तक रहेगा।
इसके बाद सिस्टम कमजोर पड़ जाएगा, लेकिन बारिश और ठंड का असर 5–7 दिनों तक जारी रहेगा।
जलभराव और बाढ़ का खतरा
कुछ तटीय जिलों और महानगरों में जलभराव की संभावना अधिक है—
- चेन्नई
- कोलकाता
- भुवनेश्वर
- काकीनाडा
- कोस्टल आंध्र
नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। विशेषकर महानदी, ब्राह्मणी और गोदावरी नदी के आसपास सावधानी की जरूरत है।
इस मौसम बदलाव का वैज्ञानिक कारण
भारत में सर्दी के महीनों में दो प्रमुख कारणों से ऐसी स्थितियाँ बनती हैं—
- समुद्र के ऊपर बनने वाली चक्रवाती प्रणाली
- पश्चिमी विक्षोभ
जब ये दोनों मौसम तंत्र एक साथ सक्रिय होते हैं, तभी—
- बारिश
- तूफान
- बर्फबारी
- ठंड में तेजी
जैसी स्थितियाँ बनती हैं।
राज्य-वार मौसम की विस्तृत स्थिति
1. उत्तर प्रदेश
- पूर्वी यूपी में बारिश की संभावना
- पश्चिमी यूपी में ठंड में वृद्धि
- वाराणसी, प्रयागराज में तेज हवा चलेगी
2. दिल्ली-एनसीआर
- हल्की बूंदाबांदी
- दिन का तापमान गिरेगा
- हवा की दिशा बदलेगी
3. राजस्थान
- जयपुर, अलवर, सीकर में कोल्ड वेव
- रात में तापमान 8°C या उससे नीचे
- सुबह के समय घना कोहरा
4. मध्य प्रदेश
- रीवा, सिंगरौली में मध्यम बारिश
- भोपाल, इंदौर में तापमान गिरावट
- पूर्वी जिलों में ठंडी हवाएं
5. महाराष्ट्र
- विदर्भ में बादल
- नागपुर में हल्की बारिश
- मुंबई में मौसम शुष्क लेकिन ठंड बढ़ेगी
क्या तूफान से नुकसान होगा?
तूफान की रफ्तार मध्यम श्रेणी की है, इसलिए बड़े पैमाने पर नुकसान की संभावना कम है।
लेकिन—
- पेड़ उखड़ सकते हैं
- कच्चे घरों में नुकसान
- बिजली कटौती
- परिवहन प्रभावित
जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रशासन की सलाह का पालन करना चाहिए।
निष्कर्ष – अगले कुछ दिन सावधानी जरूरी
अभी बना तूफान और पश्चिमी विक्षोभ मिलकर अगले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में प्रभाव दिखाएंगे।
- पूर्वी भारत में भारी बारिश
- उत्तर भारत में ठंड बढ़ेगी
- पहाड़ों में बर्फबारी
- कई जगह कोहरा और पाला
ऐसे में सभी नागरिकों, किसानों और यात्रियों को सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।



